Thursday 10 April 2014

सोशल मीडिया चुनावी संपर्क का बड़ा जरिया




मित्रो,
कुछ दशक पहले तक चुनाव के ठीक पहले फतवे जारी होते थे और भारतीय मतदाताओं का एक बड़ा समूह उसी लाइन पर वोट डालता था. फतवा जारी करने वालों की राजनीतिक समझ पूरे समूह के संवैधानिक अधिकार की दिशा तय करती थी. फतवा जारी करने के पहले राजनीतिक सौदेबाजी या राजनीतिक हितों की रक्षा को लेकर ठोस चिंतन जैसे विषय पर जानकारी आम आदमी को करीब-करीब नहीं होती थी. अब ऐसा नहीं रहा. या कम-से-कम पहले जैसी स्थिति अब नहीं रही. अब फतवे पर सवाल करने और फतवा जारी करने वाले की राजनीतिक समझ, मंशा और तरीके पर बहस करने वाला युवा वर्ग तैयार हुआ है. यह वर्ग सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक सूचना तंत्र के संपर्क में है. यही बदलाव मतदाताओं के दूसरे समूह और समुदाय में भी आया है. अब बड़ी आसानी से पूरे मतदाता समूह को गुमराह करना पहले की तरह आसान नहीं रहा. इसलिए राजनीतिक दलों के प्रचार और जनसंपर्क के तरीके भी बदल गये हैं. अब वे उसी माध्यम का ज्यादा-से-ज्यादा इस्तेमाल करने में लगे हैं, जो युवाओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है या जिसके जरिये उसकी सोच ठोस आकार ले रही है.
जाहिर है कि सोशल मीडिया का राजनीतिक दलों द्वारा किया जा रहा इस्तेमाल आने वाले समय में और भी लोकप्रिय होगा. नेता और राजनीतिक पार्टियां इंटरनेट, ट्विटर और फेसबुक के जरिये लोगों तक पहले विचार पहुंचा रहे हैं. आरके नीरद की रिपोर्ट : 

ट्विटर और फेसबुक

ट्विटर पर 140 कैरेक्टर के  स्टेट्स मैसेज अपडेट  को अनगिनत सदस्यों के मोबाइल और कंप्यूटरों तक भेजने की सुविधा थी, जबकि फेसबुक पर उपयोक्ताओं के लिये ये सीमा मात्र 5000 लोगों तक ही सीमित है. सदस्य 5000 लोगो तक ही अपने प्रोफाइल के साथ जुड़ सकते हैं या मित्र बना सकते हैं. फेसबुक पर किसी विशेष प्रोफाइल से लोगों के जुड़ने की संख्या सीमित होने के कारण  स्टेट्स अपडेट  भी सीमित लोगों तक ही पहुँच सकता है.


सार्वजनिक खाते

सार्वजनिक खाते (पब्लिक पेज) यानी ऐसे पेज, जिन्हें हर कोई देख सकता है और लोग जान सकते हैं कि उनके आदर्श नेता, प्यारे पॉप स्टार या सामाजिक संगठन की क्या गतिविधियां हैं. फेसबुक के ट्विटर से जुड़ जाने के बाद अब कंपनियां, संगठन, सेलिब्रिटी अपने प्रशंसकों और समर्थकों से सीधे संवाद कर पायेंगे, उन्हें बता पायेंगे कि वे क्या कर रहे हैं, उनके साथ फोटो शेयर कर पायेंगे. फिलहाल यह सुविधा पब्लिक पेज प्रोफाइल वालों को ही उपलब्ध है. फेसबुक के सार्वजनिक पृष्ठ (पब्लिक  पेज) बनाना हाल के दिनों में काफी लोकिप्रय होता जा रहा है.

पब्लिक पेज पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भीपब्लिक पेज बनाने वालों में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, फ्रांसीसी राष्ट्रपति निकोलस सारकोजी और रॉक बैंड यू-2 शामिल हैं. इनके अलावा भी कई बड़ी हस्तियों, संगीतकारों, सामाजिक संगठनों, कंपनियों ने अपने खाते फेसबुक पर खोले हैं. ये हस्तियां या संगठन अपने से जुड़ी बातों को अपने प्रशंसकों या समर्थकों के साथ बांटना चाहते हैं तो आपसी संवाद के लिए फेसबुक का प्रयोग करते हैं. 


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